Delhi-NCR | Reported by: मुकेश सिंह सेंगर |शनिवार जनवरी 5, 2019 11:47 AM IST बिल्डरों ने निवेशकों से फ्लैट की करीब 95 फीसदी राशि वसूल कर ली थी जबकि प्रोजेक्ट का 50 फीसदी निर्माण भी नहीं किया गया और खरीदारों से लिए पैसों को अन्य जगहों पर इस्तेमाल कर लिया. यूपी के इटावा व अन्य जगहों पर संपत्ति भी खरीदी गई. चार वर्ष से ज्यादा समय बीतने के बावजूद लोगों को फ्लैट नहीं मिले हैं.