'Freedom of press'
- 20 न्यूज़ रिजल्ट्स Blogs | रवीश कुमार |रविवार जनवरी 31, 2021 10:24 PM IST मनदीप पुनिया की गिरफ़्तारी से आहत हूं. हाथरस केस में सिद्दीक़ कप्पन का कुछ पता नहीं चल रहा. कानपुर के अमित सिंह पर मामला दर्ज हुआ है. राजदीप सरदेसाई और सिद्धार्थ वरदराजन पर मामला दर्ज हुआ है. क्या भारत में प्रेस की आज़ादी बिल्कुल ख़त्म हो जाएगी? आज मैंने ट्विटर पर ट्वीट किया है. अगस्त 2015 के बाद आज पहली बार ट्वीट किया है. वही पत्र यहां डाल रहा हूं. जेल की दीवारें आज़ाद आवाज़ों से ऊंची नहीं हो सकती हैं. जो अभिव्यक्ति की आज़ादी पर पहरा लगाना चाहते हैं वो देश को जेल में बदलना चाहते हैं.
India | Reported by: स्नेहा मेरी कोशी |रविवार नवम्बर 22, 2020 04:43 PM IST विपक्ष ने केरल पुलिस एक्ट में बदलाव पर कहा है कि इससे पुलिस को असीमित अधिकार मिल जाएंगे और प्रेस की आजादी पर चोट पहुंचेगी. कानून के तहत सोशल मीडिया या किसी अन्य माध्यम पर आपत्तिजनक पोस्ट करने पर 5 साल जेल का प्रावधान है.
India | Reported by: स्नेहा मेरी कोशी |रविवार नवम्बर 22, 2020 03:30 PM IST विपक्ष ने LDF सरकार के इस कानून पर सवाल उठाते हुए कहा है कि यह पुलिस को अनावश्यक और असीमित ताकत देगा. इससे प्रेस की आजादी (Freedom Of Press) पर भी अंकुश लगेगा.
India | Reported by: आशीष भार्गव, Edited by: मानस मिश्रा |शुक्रवार अगस्त 7, 2020 01:26 PM IST इलेक्ट्रॉनिक चैनलों मे प्रेस की स्वतंत्रता के नाम पर व्यक्तियों, समुदायों, धार्मिक संतों, धार्मिक और राजनीतिक संगठनों की 'गरिमा की हत्या' को प्रतिबंधित करने के लिए दिशा- निर्देश जारी करने की मांग की गई है. वकील रीपक कंसल ने याचिका में मांग की है कि सुप्रीम कोर्ट केंद्र सरकार को आदेश दे कि वो चैनलों के लिए दिशा-निर्देश जारी करे. उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक चैनलों को 'अनियंत्रित और अनियमित' प्रसारण चैनलों को नियंत्रित करने की भी मांग की है. याचिका में केंद्र सरकार को मीडिया ट्रायल, समानांतर ट्रायल, न्यायिक विचारों और न्याय प्रशासन में दखल देने पर रोक लगाने के लिए उचित आदेश जारी करने की भी मांग की गई.
Blogs | रवीश कुमार |मंगलवार अक्टूबर 22, 2019 02:11 AM IST आप जो अख़बार ख़रीदते हैं, या जो चैनल देखते हैं, क्या वह आज़ाद है? उसके आज़ाद होने का क्या मतलब है? सिर्फ छपना और बोलना आज़ादी नहीं होती. प्रेस की आज़ादी का मतलब है कि संपादक और रिपोर्टर ने किसी सूचना को हासिल करने के लिए मेहनत की हो, उन्हें छापने से पहले सब चेक किया हो और फिर बेखौफ होकर छापा और टीवी पर दिखाया हो. इस आज़ादी को ख़तरा सिर्फ डर से नहीं होता है. जब सरकारें सूचना के तमाम सोर्स पर पहरा बढ़ा देती हैं तब आपके पास सूचनाएं कम पहुंचने लगती हैं. सूचनाओं का कम पहुंचना सिर्फ प्रेस की आज़ादी पर हमला नहीं है, वो आपकी आज़ादी पर हमला है. क्या आप अपनी आज़ादी गंवाने के लिए तैयार हैं?
Bollywood | Written by: नरेंद्र सैनी |गुरुवार अप्रैल 4, 2019 06:00 PM IST बीजेपी (BJP) अध्यक्ष अमित शाह (Amit Shah) ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया थाः 'आपातकाल के वक्त अखबारों और दूरदर्शन पर ताले लगाने वाली कांग्रेस फिर से आपातकाल के हालत पैदा करना चाहती है...'
Blogs | रवीश कुमार |शुक्रवार नवम्बर 9, 2018 02:53 PM IST अमरीका में मध्यावधि चुनाव के नतीजे आए हैं. उन नतीज़ों पर अलग से चर्चा हो सकती है, होनी भी चाहिए लेकिन एक बात की चर्चा हिन्दुस्तान के पत्रकारों के बीच ज़्यादा है. उनके बीच भी है जो भारत की मीडिया को गोदी मीडिया में बदलते हुए देख रहे हैं.
Blogs | रवीश कुमार |गुरुवार अगस्त 23, 2018 10:39 AM IST अमरीकी प्रेस के इतिहास में एक शानदार घटना हुई है. 146 पुराने अख़बार बोस्टन ग्लोब के नेतृत्व में 300 से अखबारों ने एक ही दिन अपने अखबार में प्रेस की स्वतंत्रता को लेकर संपादकीय छापे हैं. आप बोस्टल ग्लोब की साइट पर जाकर प्रेस की स्वतंत्रता को लेकर लिखे गए 300 संपादकीय का अध्ययन कर सकते हैं.
World | भाषा |शनिवार अप्रैल 21, 2018 06:20 AM IST ट्रंप प्रशासन ने शुक्रवार को दावा किया कि 2017 में भारत में सरकार के आलोचक रहे मीडिया संस्थानों पर कथित तौर पर दबाव बनाया गया या उन्हें परेशान किया गया.
Bihar | Reported by: मनीष कुमार, Edited by: सूर्यकांत पाठक |शुक्रवार अप्रैल 6, 2018 06:14 PM IST बिहार में पत्रकारों के लिखने की आज़ादी पर राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने सवाल उठाए हैं . उन्होंने इसके लिए अब अपने राजनीतिक विरोधी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को निशाने पर रखा है.
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