India | Reported by: भाषा |रविवार जनवरी 14, 2024 09:18 PM IST त्रिपाठी ने कहा,'यह ध्यान में रखते हुए कि हम 15 भाषाओं में किताबें प्रकाशित करते हैं और हमारे साथ 2,500 से अधिक पुस्तक वितरक जुड़े हुए हैं, हमें उनकी मांगों को भी ध्यान में रखना होगा क्योंकि उनकी आजीविका इस पर निर्भर है.’’