नोटबंदी पर गरीबों की दुहाई देकर क्या कहना चाहते हैं पीएम मोदी
Budget blog | मंगलवार जनवरी 17, 2017 12:36 PM IST
नोटबंदी से क्या हासिल हुआ, यह 30 दिसंबर 2016 की तय समय-सीमा के दस दिन के बाद भी न रिजर्व बैंक बताने को तैयार है, न सरकार.
Blogs | बुधवार दिसम्बर 21, 2016 01:33 PM IST
यह भी एक वजह है कि नोटबंदी और बाकी मामलों को देशभक्ति से जोड़कर भावनाओं में उफान लाने की कोशिश भी हो रही है. तैमूर का विवाद भी उसी भावना से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है.
फिदेल कास्त्रो : आत्मनिर्भर संप्रभु राष्ट्रवाद बनाम नव-राष्ट्रवाद
Blogs | बुधवार नवम्बर 30, 2016 08:08 AM IST
फिदेल कास्त्रो दुनियाभर के वामपंथी विचारों के लोगों के लिए महान क्रांतिकारी और अमेरिकी पूंजीवादी साम्राज्यवाद से लडऩे वाले विरले योद्धा थे.
सत्ता की सियासत वाया ब्रांड मुलायम बनाम ब्रांड अखिलेश
Blogs | शुक्रवार नवम्बर 4, 2016 12:43 PM IST
कोई निरा मूर्ख या धूर्त ही इस नतीजे पर पहुंचेगा कि उत्तर प्रदेश की समाजवादी पार्टी में कब्जे की खानदानी जंग में समाजवाद या सामाजिक न्याय की राजनीति का कोई लेनादेना है. इसका दावा तो झगड़ने वाले दोनों खेमों में से कोई कर भी नहीं रहा है.
#युद्धकेविरुद्ध : युद्ध से बना ही रहता है युद्धों का सिलसिला...
Blogs | रविवार सितम्बर 25, 2016 02:33 PM IST
युद्ध से युद्धों का सिलसिला ही बना रहता है, जो हमारी खुशहाली के लिए कतई मुनासिब नहीं है. हमें अपने राष्ट्रीय अहम् पर बेशक कायम रहना चाहिए, लेकिन इस दुश्चक्र को तोड़ने के स्थायी उपायों पर गौर करना चाहिए.
मगर कश्मीर का दर्द कैसे मिटेगा जेटली जी
Blogs | सोमवार अगस्त 22, 2016 04:37 PM IST
जब हालात काबू में न आएं तो सब दोष बाहरी ताकतों पर मढ़ देना बेहद पुराना नुस्खा है. सो, मोदी सरकार की नैया के सबसे चुस्त खेवनहार माने जाने वाले वित्तमंत्री अरुण जेटली ने एक कदम आगे बढ़कर कश्मीर घाटी में पत्थरबाजी को पाकिस्तान का नया औजार बता दिया.
बलूचिस्तान के संघर्ष और पाकिस्तान के फौजी दमन की पूरी कहानी
Blogs | मंगलवार अगस्त 16, 2016 06:45 PM IST
बलूचिस्तान 1948 में बेमन से या जबरन पाकिस्तान में शामिल किए जाने के बाद अपने अकूत प्राकृतिक संसाधनों की वजह से निरंतर टकराव का क्षेत्र बना हुआ है. पाकिस्तानी हुक्मरानों के प्राकृतिक संसाधनों के दोहन और बाहरी आबादी को वहां बसाने के नजरिए की वजह से हाल के दौर में 2003 से यह टकराव अपने चरम पर है.
प्रधानमंत्री के भाषण में आने वाले समय की सियासी तस्वीर
Blogs | सोमवार अगस्त 15, 2016 08:36 PM IST
लाल किले की प्राचीर से स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का राष्ट्र के नाम तीसरा संबोधन अपनी अगली सियासी तैयारियों की कुछ उलझी-सी तस्वीर पेश कर रहा था. इसमें संकेत हैं कि वे 2019 में अपनी अगली पारी आश्वस्त करने के लिए कैसी योजनाओं के बारे में सोच रहे हैं.
‘सहस्राब्दि’ शहर गुड़गांव की समस्या की जड़ है बाईपास संस्कृति और जीवन-शैली
Blogs | शनिवार जुलाई 30, 2016 09:16 PM IST
दो घंटे की बारिश और दस घंटे जिंदगी बेहाल. सड़कें लबालब और बाईपास बेमानी. सैकड़ों वाहन और हजारों लोग अपनी कार में बैठे पूरी रात बिताने को मजबूर. काम-धंधे ठप्प. स्कूल-कॉलेज बंद. आईटी, ऑटो, मेडिकल, एजुकेशन, आउटसोर्सिंग इंडस्ट्री को करोड़ों की चपत.
तुर्की में तख्तापलट की कोशिश युद्ध और बम धमाकों से पस्त हालात का नतीजा
Blogs | शनिवार जुलाई 16, 2016 04:09 PM IST
तुर्की में तख्तापलट की कोशिश पहली नजर में इरोदगनवाद बनाम कमालवाद का नतीजा लगती है। लेकिन कुछ खबरों के मुताबिक पिछले साल से जारी बम धमाकों और आतंकी घटनाओं से लोग काफी तंगी महसूस कर रहे हैं।
आतंक से लड़ाई के नजरिये में बदलाव की मांग कर रहा फ्रांस पर हुआ यह हमला...
Blogs | शुक्रवार जुलाई 15, 2016 05:40 PM IST
फ्रांस के नीस शहर की घटना से अब यह लगभग पूरी तरह स्पष्ट हो चुका है कि आतंकवाद की व्यापकता की समझदारी और उससे मुकाबले का सामूहिक अंतरराष्ट्रीय नजरिया सच्चाई से कोसों दूर है।
कश्मीर के सबक न सीखने का नतीजा और घाटी में बगावत की नई धारा
Blogs | मंगलवार जुलाई 12, 2016 06:05 PM IST
कश्मीर में 22 साल के हिजबुल मुजाहिदीन कमांडर बुरहान वानी की सुरक्षा बलों से मुठभेड़ में मौत बरबस फिल्म 'हैदर' की याद दिला देती है। फिर वही 90 के शुरुआती दशक के खौफनाक नजारे दिखने लगे हैं, बल्कि कुछ लोगों की राय में हालात और बेकाबू हो सकते हैं।
गुलबर्ग सोसायटी कत्लेआम के इंसाफ से उठते हैं कुछ गंभीर सवाल
Blogs | शनिवार जून 18, 2016 02:05 PM IST
आजाद भारत के इतिहास में सबसे दहशतनाक दंगों में एक 2002 में गुजरात के अहमदाबाद में गुलबर्ग सोसायटी कत्लेआम पर विशेष अदालत का फैसला अगर जाकिया जाफरी जैसे पीड़ितों और दूसरे लोगों को हैरान कर गया तो यह समझा जा सकता है।
दूसरी सालगिरह पर मोदी सरकार कितनी खरी?
Blogs | शुक्रवार मई 27, 2016 02:18 PM IST
किसी सरकार की दूसरी सालगिरह भारी जश्न का कारण तभी बनती है जब उसके पास कोई खास वजह हो। केंद्र में कई दशकों बाद भारी बहुमत से आई एनडीए-2 सरकार को यह खास वजह हाल में असम के विधानसभा चुनावों में भारी जीत ने मुहैया कराई है। सवाल है कि क्या एनडीए-2 या मोदी सरकार अपनी जगाई उम्मीदों पर खरी उतर पाई है?
केरल में बदल गई गद्दी, लेकिन भगवा खिड़की भी खुली
Blogs | गुरुवार मई 19, 2016 04:37 PM IST
कर्नाटक में बीजेपी इसी तरह बढ़ी थी, जैसे वह केरल में बढ़ रही है। हालांकि फर्क यह है कि केरल में कांग्रेस को अधिकतर मुसलमानों और ईसाइयों के वोट मिलते हैं। उन्हीं के ज्यादातर संगठन उसके मोर्चे में हैं। कांग्रेस की हिन्दू वोटों में हिस्सेदारी वाममोर्चा से कम है।
पश्चिम बंगाल में ममता की शानदार जीत और वाममोर्चे की करारी हार के मायने
Blogs | गुरुवार मई 19, 2016 02:25 PM IST
बहरहाल, इन नतीजों का कांग्रेस से भी अधिक बुरा असर वाममोर्चे पर होगा और प्रकाश करात के बाद माकपा की कमान संभालने वाले सीताराम येचुरी के लिए यह अच्छी खबर नहीं है। एक और बात यह कि कम से कम बंगाल के इन नतीजों से 2019 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी को कुछ लाभ शायद ही मिले।
असम के भारी मतदान ने बढ़ाया असमंजस
Blogs | गुरुवार मई 12, 2016 08:22 AM IST
पांच राज्य - असम, पश्चिम बंगाल, केरल, तमिलनाडु, पुदुच्चेरी के जनादेश नई सियासी फिज़ा तैयार करेंगे। इसमें असम ही एकमात्र राज्य है जिसके नतीजे कांग्रेस और बीजेपी दोनों के आला नेताओं की सियासत के लिए सबसे अधिक काम के होंगे।
हर पार्टी को तारणहार नजर आ रहे आंबेडकर
Blogs | गुरुवार अप्रैल 14, 2016 06:03 PM IST
भारत के संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर की 125वीं जयंती पर देश की शायद ही कोई राजनैतिक बिरादरी हो जो उनकी विरासत को अपना बताने से पीछे छूट जाना चाहती हो।
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