India | Reported by: आशीष भार्गव, Edited by: सूर्यकांत पाठक |सोमवार जनवरी 1, 2018 03:39 AM IST कैलेंडर बदलते रहते हैं लेकिन कानून के लिहाज से साल 2017 एक मील के पत्थर की तरह हमेशा याद किया जाएगा. बात चाहे देश की सबसे बड़ी अदालत सुप्रीम कोर्ट की हो या फिर निचली अदालतों की, उनके ऐतिहासिक फैसले दिशा निर्देशक के तौर पर देखे जाएंगे.