Sports | भाषा |बुधवार अक्टूबर 4, 2017 01:14 PM IST रियो पैरालिंपिक की रजत पदक विजेता दीपा मलिक इस साल प्रतिष्ठित खेल रत्न के लिए अनदेखी से अब भी निराश हैं. उनका मानना है कि पुरस्कार समिति को 2016 की तरह इस बार के मामले को भी अपवाद के रूप में लेना चाहिए था. गौरतलब है कि अगस्त में देश का यह सर्वोच्च खेल अवार्ड दो बार के पैरालिंपिक स्वर्ण पदक विजेता देवेंद्र झझारिया और भारतीय पुरुष हॉकी टीम के पूर्व कप्तान सरदार सिंह को दिया गया.