Zara Hatke | Reported by: ANI, Written by: संज्ञा सिंह |शुक्रवार जनवरी 14, 2022 07:49 AM IST वन विभाग की ओर से फैसला लिया गया कि घायल पक्षियों के लिए उपचार केंद्र बनाया जाएगा. जिसके बाद इलाज के लिए सर्जिकल ओटी, ओपीडी और आईसीयू की स्थापना की गई है. इन उपचार केंद्रों में सुबह से शाम तक कर्मचारी कार्यरत रहेंगे.