Blogs | रवीश कुमार |मंगलवार नवम्बर 19, 2019 01:36 PM IST यह इस वक्त का कमाल है. राष्ट्रवाद के नाम पर युवाओं को देशद्रोही बताने के अभियान के बाद भी जे एन यू के छात्र अपने वक्त में होने का फ़र्ज़ निभा रहे हैं. इतनी ताकतवर सरकार के सामने पुलिस की लाठियां खा रहे हैं. उन्हें घेर कर मारा गया. सस्ती शिक्षा मांग किसके लिए है? इस सवाल का जवाब भी देना होगा तो हिन्दी प्रदेशों के सत्यानाश का एलान कर देना चाहिए. क़ायदे से हर युवा और मां-बाप को इसका समर्थन करना चाहिए मगर वो चुप हैं. पहले भी चुप थे जब राज्यों के कालेज ख़त्म किए जा रहे थे. आज भी चुप हैं जब जे एन यू को ख़त्म किया जा रहा है. टीवी चैनलों को गुंडों की तरह तैनात कर एक शिक्षा संस्थान को ख़त्म किया जा रहा है.