'Kannan gopinathan ias'
- 8 न्यूज़ रिजल्ट्स Zara Hatke | Written by: बबिता पंत |शुक्रवार अक्टूबर 25, 2019 11:53 AM IST कननन ने हाल ही में ट्विटर पर पोस्ट करते हुए बताया कि नौकरी छोड़ने के बाद वह किस तरह की समस्याओं का सामना कर रहे हैं. इसी के साथ उन्होंने इस बात का खुलासा भी किया कि नौकरी छोड़ने के बाद उन्हें अपने सारे कपड़े खुद ही धोने पड़े रहे हैं.
India | आईएएनएस |शनिवार सितम्बर 14, 2019 04:53 AM IST कारण बताओ नोटिस में कहा गया है, "केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासन ने गृह मंत्रालय को 11 जून 2019 को भेजे गए पत्र में सूचित किया है कि आईएएस कन्नन गोपीनाथन अवहेलना, काम में विलंब व लापरवाही जैसे कृत्यों में लिप्त रहे हैं."
India | आईएएनएस |बुधवार सितम्बर 11, 2019 12:57 PM IST अब यह तथ्य सामने आया है कि आईएएस अधिकारी के इस्तीफा देने से पहले उन्हें आठ जुलाई को कारण बताओ नोटिस भी भेजा गया था, जिसमें केंद्र शासित प्रदेशों दमन एवं दीव और दादरा एवं नगर हवेली ने उनके मामले में गृह मंत्रालय को उचित अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का प्रस्ताव भेजा था. केरल से एजीएमयूटी कैडर के 2012 बैच के अधिकारी को दादरा एवं नगर हवेली में बिजली एवं गैर पारंपरिक ऊर्जा विभाग के सचिव के रूप में तैनात किया गया था.
India | Edited by: आरिफ खान मंसूरी |गुरुवार अगस्त 29, 2019 11:26 AM IST चूंकि वह दादर और नगर हवेली की राजधानी सिलवासा में मौजूद नहीं थे, इसलिए अधिकारियों ने सरकारी गेस्टहाउस के दरवाजे पर नोटिस चिपका दिया, जहां वह रहता था. कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) के नियमों का हवाला देते हुए, नोटिस में कहा गया है कि एक सरकारी अधिकारी का इस्तीफा तब प्रभावी होता है, जब उसे स्वीकार कर लिया जाता है. 'इसलिए आपको निर्देश दिए जाते हैं कि जब तक आपके इस्तीफे पर कोई फैसला ना हो जाए, तब तक आप अपने पद की जिम्मेदारियों निभाते रहें.' संपर्क करने पर गोपीनाथन ने पीटीआई को बताया कि उन्हें नोटिस के बारे में नहीं पता, लेकिन उन्होंने आगे टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.
India | Reported by: रवीश कुमार, Edited by: अमन गुप्ता |गुरुवार अगस्त 29, 2019 03:13 AM IST कन्नन गोपीनाथन ने NDTV से खास के दौरान उन्होंने कहा कि मैंने सिर्फ इसलिए इस्तीफा दिया क्योंकि सरकार लोकतंत्र में लोगों को उनके मौलिक अधिकार से वंचित कर रही है.
India | Reported by: NDTV.com, Translated by: विवेक रस्तोगी |बुधवार अगस्त 28, 2019 10:19 AM IST कन्नन गोपीनाथन का कहना है कि आज़ादी के अधिकार के बिना इंसान होने का कोई अर्थ नहीं रह जाता है.
India | भाषा |सोमवार अगस्त 26, 2019 10:20 AM IST कश्मीर में लगी पाबंदियों से क्षुब्ध होकर आईएएस की नौकरी छोड़ने वाले कन्नन गोपीनाथन ने रविवार को कहा कि घाटी के लोगों को अनुच्छेद 370 को लेकर मनाया जाना चाहिए, लेकिन उन्हें विचार प्रकट करने का मौका न दिए जाने से ऐसा नहीं हो सका.
India | Translated by: मानस मिश्रा |रविवार अगस्त 25, 2019 10:46 AM IST देश की सबसे प्रतिष्ठित IAS की नौकरी को कन्नन गोपीनाथ (33) ने छोड़ दिया है क्योंकि जम्मू-कश्मीर के विशेष राज्य का दर्जा खत्मकर लाखों लोगों के 'मूलभूत अधिकार' छीन लिए गए हैं. गोपीनाथ ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा, 'मेरे इस्तीफे से कोई फर्क तो नहीं पड़ेगा लेकिन हर किसी को अंतर्रात्मा को आवाज देना होता है'. आपको बता दें कि गोपीनाथ दादर नगर हवेली में कई मुख्य विभागों में सचिव हैं और उन्होंने घाटा झेल रही एक सरकारी बिजली कंपनी के फायदे में ला दिया था.
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