India | Reported by: Abhinav Bhatt, Edited by: सूर्यकांत पाठक |गुरुवार सितम्बर 1, 2016 06:52 PM IST आप एक पुरुष को पढ़ाते हैं तो एक व्यक्ति शिक्षित होता है और अगर एक महिला को पढ़ाते हैं तो पूरा परिवार. इसी मकसद के साथ 22 साल की प्रिस्लिया मदान और 26 साल के सुमीत पारींगे का लंबा सफर शुरू होता है. महाराष्ट्र के पनवेल के निवासी यह दोनों 'बेटी पढ़ाओ' का नारा लेकर साइकिल से कन्याकुमारी से जम्मू-कश्मीर के खरदुंग ला तक जा रहे हैं.