'Leather industry'

- 7 न्यूज़ रिजल्ट्स
  • Budget 2020 | Reported by: हिमांशु शेखर मिश्र |बुधवार जनवरी 29, 2020 03:02 AM IST
    सुनील हरजाई कहते हैं, 'फुटवियर एक्सोर्ट उद्योग को बचाने के लिए ज़रूरी है कि बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण टैक्स में राहत दें. सुनील हरजाई कहते हैं, "जूता के सोल पर 18% जीएसटी लगता है, जूता बनाने में इस्तेमाल होने वाले adhesives पर 18% जीएसटी लगता है लेकिन 1000 रुपये तक के जूते पर 5% जीएसटी है. हम चाहते हैं कि जूते पर सिर्फ 10% से 12% जीएसटी लगना चाहिये.
  • Budget 2020 | Reported by: भाषा |बुधवार जनवरी 22, 2020 06:18 PM IST
    CLE के अध्यक्ष अकील अहमद पनारुना ने कहा, ‘‘एक विशाल और बढ़ते वैश्विक बाजार के साथ, हम इस वर्ष विकास के अच्छे अवसर देख रहे हैं. हम वर्ष 2020-21 के आगामी बजट में और विदेश व्यापार नीति में भी इस क्षेत्र के लिए अतिरिक्त समर्थनकारी उपायों की उम्मीद कर रहे हैं जो हमारे विकास को और आगे ले जाएगा.’’
  • Budget 2018 | Edited by: अल्केश कुशवाहा |गुरुवार फ़रवरी 1, 2018 05:43 PM IST
    केंद्रीय वित्त और कॉर्पोरेट मामलों के मंत्री अरुण जेटली ने आज संसद में पेश 2018-19 के आम बजट में फुटवियर और चमड़ा उद्योग को आयकर अधिनियम की धारा 80-जेजेएए के अंतर्गत लाभ देने का प्रस्ताव किया है.
  • India | Reported by: हिमांशु शेखर मिश्र, Edited by: श्रीराम शर्मा |शुक्रवार दिसम्बर 16, 2016 09:45 PM IST
    भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने की सरकार की इस पहल से सुनील शुरू में तो काफी खुश थे, लेकिन जब इस पहल का असर उनके कामधंधे पर पड़ने लगा तो उनकी परेशानियां रोज़ाना बढ़ने लगीं.
  • Uttar Pradesh | Reported by: भाषा |रविवार नवम्बर 20, 2016 01:14 PM IST
    राष्ट्रीय हरित अधिकरण ने उत्तरप्रदेश सरकार और उसके प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से कानपुर में गंगा किनारे बने चर्म शोधन कारखानों के नियमन के मुद्दे पर सवाल पूछा है. एनजीटी ने पूछा है कि यदि इन दोनों के अधिकारी ‘‘चर्म शोधन कारखाने के परिसरों में प्रवेश भी नहीं कर सकते’’ तो उनका नियमन कैसे कर सकते हैं.
  • Uttar Pradesh | Reported by: भाषा |गुरुवार नवम्बर 10, 2016 02:42 PM IST
    औद्योगिक शहर कानपुर के प्रमुख चमड़ा उद्योग के करीब 50 हजार कर्मचारियों मजदूरों को वेतन के लाले पड़ गए हैं क्योंकि टेनरी मालिकों के पास नए नोट नहीं हैं और कर्मचारी पुराने 500 और 1000 के नोट लेने को तैयार नहीं हैं. आज भी शहर की कई टेनरी के कर्मचारियों ने वेतन के लिए टेनरियों के बाहर भीड़ लगाए रखी और कर्मचारियों ने काम नहीं किया.
  • India | मंगलवार मार्च 17, 2015 11:49 PM IST
    महाराष्ट्र में गोकशी पर पाबंदी का असर सिर्फ मटन व्यवसाय पर नहीं, चमड़ा उद्योग पर भी दिखने लगा है। चमड़ा उद्योग से जुड़े लोगों की मानें तो पखवाड़े भर में ही उनका व्यापार 25 फिसदी कम हो गया है। अगर आलम यही रहा तो चीन का चमड़ा कारोबार देश में अपनी पकड़ मज़बूत कर लेगा।
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