Literature | Written by: शंकर पंडित |शुक्रवार अप्रैल 20, 2018 03:11 PM IST किसी भी कृति यानी रचना की सफलता पाठकों, दर्शकों और श्रोताओं की प्रतिक्रिया के आधार पर तय होती है. किताबों-उपन्यासों की सफलता अब न सिर्फ समीक्षाएं तय करती हैं, बल्कि बेस्ट सेलिंग कैटेगरी होना भी उसका मानक बन गया है. हालांकि, कुछ किताबें ऐसी होती हैं कि जो समीक्षा के इतर पाठक उससे अपने आप को इस कदर कनेक्ट करता है, कि न वह सिर्फ उसे पढ़ता है, बल्कि कईयों को सजेस्ट भी करता है. इसी कड़ी में आज पेश है एक किताब- 'मदारीपुर जंक्शन'. बालेंदु द्विवेदी की रचना 'मदारीपुर जंक्शन' किताब न सिर्फ समीक्षा की कसौटी पर खड़ी उतरती है, बल्कि पाठकों को भी गांव और इंडिया से इतर भारत के परिदृश्य को समझाने में मददगार साबित होती है.