India | Written by: रविकांत ओझा |बुधवार मार्च 13, 2024 12:57 PM IST सिंधिया राजघराने के तमाम बड़े नामों ने जब-जब चुनावी राजनीति में प्रवेश किया तो उन्होंने डेब्यू के लिए गुना को ही चुना. चाहे राजमाता विजयराजे सिंधिया हों, माधवराव सिंधिया हों या फिर खुद केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ही क्यों न हों? ये महज संयोग नहीं है..दरअसल 50 के दशक तक सिंधिया राज घराने का 'समर कैपिटल' गुना ही हुआ करता था...यहां के आम लोग आज भी आम या खास बातचीत में सिंधिया घराने के वारिसों को महाराज या श्रीमंत कहकर ही संबोधित करते हैं.