Literature | Edited by: शिखा शर्मा |शुक्रवार अप्रैल 28, 2017 11:18 AM IST उदयपुर की 69 वर्षीय दलित लेखिका कुसुम मेघवाल ने अपनी पुस्तक में यह दावा किया कि महाराणा प्रताप राजपूत नहीं भील समुदाय के थे और बाद में उन्हें मेवाड का राणा बनाया गया. उदयपुर के अम्बामाता थाना में लेखिका की ओर से दर्ज शिकायत के अनुसार पिछले कई दिनों से उन्हें अज्ञात नम्बरों पर फोन पर पुस्तक लिखने पर जान से मारने की धमकियां मिल रही है. सोशल मीडिया पर भी मेघवाल की महाराणा प्रताप के दावे पर बहस छिड़ गई है.