India | Written by: मानस मिश्रा |मंगलवार जून 19, 2018 11:27 AM IST क्या दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के धरना राष्ट्रीय राजनीति में पर्दे के पीछे खेले जा रहे खेल का एक जरिया बन गया है जिसका नतीजा 2019 के लोकसभा चुनाव में देखने को मिल सकता है. एक और जहां कांग्रेस, एनडीए के सामने बड़ा गठबंधन बनाने की कोशिश में सभी क्षेत्रीय पार्टियों के साथ समझौता करने के राजी है वहीं टीएमसी नेता ममता बनर्जी ने पिछले दो दिनों में जिस तरह की सक्रियता दिखाई है उससे लगता है कि वह खुद को तीसरे मोर्चे की नेता के तौर प्रोजेक्ट रही रही हैं