India | Edited by: Sreenivasan Jain (with inputs from Manas Roshan) |रविवार जनवरी 17, 2016 11:59 PM IST कल्पना कीजिए कि आप बीमार हैं और आपका इलाज ऐसे डॉक्टर कर रहे हैं जो उस काबिल नहीं हैं, क्योंकि उन लोगों ने ऐसे कॉलेज से पढ़ाई की है जहां केवल लाइसेंस पाने के लिए निजी प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टरों को 2-3 दिन के लिए फैकल्टी के रूप में नियुक्त किया जाता है। ऐसे लोगों को 'घोस्ट' डॉक्टर कहा जाता है।