MP-Chhattisgarh | Reported by: मोहम्मद अतहरुद्दीन मुन्ने भारती |बुधवार मार्च 20, 2019 01:12 AM IST जीतने का जुनून इतना कि तीन बार की नाकामी भी हिला नहीं सकी और आखिरकार 2014 में उन्हें करियर की पहली कामयाबी मिली जब उन्हें लेबर ऑफिसर के पद पर नियुक्त किया गया. लेकिन मिनी ने जिंदगी में बेहतर करने की जंग जारी रखी और अब 2018 की परीक्षा में वे नगर निगम के असिस्टेंट कमिश्नर के लिए चुनी गई हैं. मिनी की इस कामयाबी पर ना सिर्फ घर वालों को नाज है बल्कि वो एक मिसाल बन चुकी हैं संघर्ष की, चुनौतियों से लोहा लेकर जीत हासिल करने की.