Gujarat | Translated by: शंकर पंडित |शनिवार अप्रैल 21, 2018 07:58 AM IST अमूमन 24 साल की उम्र का इंसान भोग-विलास और आरामदायक जीवन जीने की ख्वाहिश रखता है. मगर गुजरात के एक 24 वर्षीय चार्टेड अकाउंटेंट ने एक ऐसा फैसला लिया है, जो आज के समय में निश्चित तौर पर हैरान करने वाला है. एक समृद्ध परिवार से संबंध रखने वाले चार्टड अकाउंटेंट ने साधुत्व को गले लगा लिया. हैरान करने वाली बात है कि जैन मुनि बनने के लिए उसने अपने करियर और करीब सौ करोड़ के फैमिली बिजनेस को भी त्याग दिया.