Blogs | Written by: अजय सिंह |रविवार मई 17, 2020 05:50 PM IST आंचल के और भी कई रूप होते हैं. ये बड़ी बहन का हो या बुआ का हो या फिर भाभी का हो, आपको इसकी करीबियत अच्छी लगती है. आंचल के किसी कोने में बंधी किसी गांठ की मानिंद रिश्तों की एक अजब पहेली का साथ भी आंचल से जुड़ा है. इंसानी जज्बातों से जुड़े इस आंचल की चाह हमारे देवताओं में भी रही है.