Blogs | रवीश कुमार |सोमवार दिसम्बर 24, 2018 02:42 AM IST वह दुनिया के महानतम पाठकों और पुस्तक प्रेमियों में से एक रहा होगा. उसके जीवन में ऐसा कोई लम्हा किताबों के बग़ैर नहीं गुज़रा होगा. उसका जीवन अपने समय के व्यस्त जीवन में रहा होगा. उस वक्त बिजली तो होगी नहीं, ज़ाहिर है वह दिन के उजाले में पढ़ता होगा.