'Oil crisis in india'

- 5 न्यूज़ रिजल्ट्स
  • Business | Reported by: हिमांशु शेखर मिश्र |सोमवार अप्रैल 18, 2022 01:22 PM IST
    अगर वैश्विक कच्चे तेल और भारतीय क्रूड बास्केट की कीमतों में बढ़ोतरी का रुख जारी रहा, तो खुदरा विक्रेताओं को तेल की कीमतों में बढ़ोतरी करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा. पिछले हफ्ते की रिपोर्टों से पता चला है कि पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए राज्यों से पेट्रोल और डीजल पर वैट में कटौती करने का आग्रह किया था.
  • India | Reported by: हिमांशु शेखर मिश्र, Edited by: राहुल चौहान |बुधवार मार्च 9, 2022 08:13 PM IST
    रूस सऊदी अरब के बाद कच्चे तेल का दूसरा सबसे बड़ा प्रोडूसर है, लेकिन प्रतिबंधों की वजह से क्रूड आयल सप्लाई नहीं कर पा रहा है. कच्चा तेल महंगा होने से भारत का तेल आयात बिल बढ़ता जा रहा है. 
  • India | Reported by: हिमांशु शेखर मिश्र, Edited by: सूर्यकांत पाठक |बुधवार सितम्बर 18, 2019 02:07 AM IST
    सऊदी तेल प्लांट पर हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय तेल बाज़ार में उथल-पुथल बढ़ती जा रही है. मंगलवार को कच्चा तेल 13 फीसदी से ज़्यादा महंगा हो गया. ये संकट भारत के लिए एक नई चुनौती है. मंगलवार को शेयर बाज़ार 600 अंकों से ज़्यादा गिरा. सऊदी अरब के सबसे बड़े तेल कारख़ाने पर हुआ ये हमला भारत की आर्थिक सेहत पर भी असर डालता दिख रहा है. फ़िक्र तेल आपूर्ति की नहीं, तेल की क़ीमतों की है. भारत को आश्वासन मिल चुका है कि तेल की सप्लाई नहीं रुकेगी, लेकिन अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में कच्चा तेल मंगलवार को 7.84 डॉलर प्रति बैरल महंगा हो गया. हालांकि सरकार का दावा है कि भारत 70 से 75 डॉलर बैरल के दाम से निबटने की क्षमता रखता है. लेकिन अगर संकट लंबा खिंचा तो एक डॉलर प्रति बैरल बढ़ने का मतलब भारत पर सालाना, 10,700 करोड़ डॉलर का बोझ बढ़ना है.
  • India | Reported by: हिमांशु शेखर मिश्र |बुधवार मई 1, 2019 12:17 AM IST
    ईरान पर पाबंदी के बाद तेल संकट भारत के गले की फांस बन सकता है. अमेरिका ने ईरान से कच्चा तेल खरीदने की जो छूट भारत को दी थी उसे एक मई से हटाने का एलान कर दिया है. भारत अपनी ज़रूरत का करीब 12% कच्चा तेल ईरान से आयात करता है. ऐसे में ईरान से आयात पर रोक के बाद भारत को नए देशों से तेल के आयात का करार करना होगा जो महंगा सौदा साबित हो सकता है. पहले से ही ईरान से तेल का आयात घटा चुके भारत की मुश्किलें अमेरिकी पाबंदी से मिली छूट के ख़त्म होने के साथ बढ़ने वाली है. अमेरिकी प्रतिबंध से पहले ईरान से भारत करीब 25 मिलियन टन ईरान से ख़रीदता था. प्रतिबंधों के बाद पिछले कुछ महीनों में 1.25 मिलियन टन ख़रीद प्रति माह रह गई.
  • India | Reported by: हिमांशु शेखर मिश्र, Edited by: सूर्यकांत पाठक |बुधवार मई 9, 2018 11:34 PM IST
    अमेरिका और ईरान के बीच बढ़ते तनाव की वजह से अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल की कीमत बढ़ती जा रही है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ईरान के साथ न्यूक्लियर डील तोड़ने के फैसले के ऐलान के बाद बुधवार को ब्रेन्ट क्रूड की कीमत प्रति बैरल 77 डॉलर के पार चली गई. यह नवंबर 2014 के बाद पहली बार है जब कच्चे तेल की कीमत 77 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर चली गई है. 
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