Faith | Written by: बबिता पंत |बुधवार अक्टूबर 9, 2019 10:02 AM IST पापांकुशा एकादशी (Papankusha Ekadashi) का हिन्दू धर्म में बड़ा महात्म्य है. इस दिन सृष्टि के रचयिता भगवान विष्णु की पूजा और मौन रहकर भगवद् स्मरण तथा भजन-कीर्तन करने का विधान है. मान्यता है कि इस तरह भगवान की आराधना करने से भक्त का मन शुद्ध होता है और उसमें सदगुणों का समावेश होता है. मान्यता है कि महाभारत काल में स्वयं भगवान श्री कृष्ण ने धर्मराज युधिष्ठिर को पापांकुशा एकादशी का महत्व बताते हुए कहा था कि यह एकादशी (Ekadashi) पाप का निरोध करती है यानी कि पाप कर्मों से रक्षा करती है.