India | Written by: अरविंद गुणशेखर, Translated by: Samarjeet Singh |मंगलवार अक्टूबर 8, 2019 10:48 AM IST उन्होंने बताया कि ठेके के अनुसार पवन हंस को रूसी कंपनी को 30 प्रतिशत राशि यानी 1.85 करोड़ रुपये एडवांस में देने थे. क्लिमोव ने 19 जून, 2015 को एक इनवायस भेजा जिसके हिसाब से यह राशि न्यूयॉर्क के जेपी मॉर्गन चेस बैंक में जमा होनी थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ. रूसी कंपनी ने पवनहंस को सूचित किया कि राशि उनके खाते में जमा नहीं हुई है. इसके बाद ही यह पूरा मामला सामने आया.