File Facts | ख़बर न्यूज़ डेस्क |बुधवार जून 20, 2018 07:02 AM IST जम्मू-कश्मीर में बीजेपी-पीडीपी गठबंधन पर सवाल हमेशा उठते रहे. इसके बावजूद ये गठबंधन तीन साल से ज़्यादा समय तक चल गया. इन दोनों दलों ने कई मुश्किल मुकाम पार किए, लेकिन अब ऐसा क्या हो गया कि बीजेपी ने महबूबा को बताए बिना उससे नाता तोड़ लिया? बीजेपी नेताओं की मौजूदगी में महबूबा मुफ़्ती का शपथ ग्रहण समारोह जम्मू-कश्मीर की राजनीति में एक नया मोड़ था. सरकार में शामिल बीजेपी ने इस गठजोड़ के सहारे अपने राजनीतिक विस्तार का नक्शा वहां तक पहुंचा दिया जहां इसकी कल्पना नहीं थी. लेकिन तीन साल बाद सरकार में शामिल बीजेपी को महबूबा से ढेर सारी शिकायतें रहीं. दरअसल, जम्मू-कश्मीर में अमन को लेकर बीजेपी और पीडीपी की राय शुरू से बंटी रही. वहीं कांग्रेस अब कह रही है कि इस गठबंधन ने राज्य को बर्बाद कर दिया है. लेकिन 2018 में ये रिश्ता तोड़ने के पीछे की राजनीति और भी है. जिस गठबंधन से बीजेपी ने 2014 में अपने दायरे का विस्तार किया, 2018 में वही उसे बोझ लगने लगा.