Career | Reported by: IANS |बुधवार सितम्बर 25, 2019 02:38 PM IST नाम है वासुदेव पांचाल, पद है सरकारी स्कूल में भृत्य (चपरासी) का, काम करते हैं झाड़ू-पोंछा लगाने और बच्चों को संस्कृत पढ़ाने का. यह सुनने में थोड़ा अजीब लग सकता है, मगर बात है सोलह आने सच. वासुदेव पिछले 23 साल से स्कूल में संस्कृत पढ़ाने की अतिरिक्त जिम्मेदारी निभा रहे हैं.