Filmy | Reported by: इकबाल परवेज़, Edited by: विवेक रस्तोगी |बुधवार अक्टूबर 5, 2016 09:43 AM IST दरअसल हर्षवर्धन कपूर के दादा सुरिंदर कपूर चाहते थे कि उनका पोता भी पंजाबी भाषा सीखे और बोले, लेकिन हर्षवर्धन हमेशा से पंजाबी को नज़रअंदाज़ कर देते थे, लेकिन जब 'मिर्ज़या' करने का समय आया, तब हर्षवर्धन को पंजाबी सीखनी पड़ी और बोलनी पड़ी, क्योंकि फिल्म पंजाबी लोककथा पर आधारित है, जिसकी वजह से उसके ज्यादातार संवाद और माहौल पंजाबी है.