Delhi | ख़बर न्यूज़ डेस्क |बुधवार अप्रैल 18, 2018 08:22 PM IST उन्होंने कहा कि आतिशी एक रुपये प्रति माह सांकेतिक वेतन पर काम कर रही थी और मैंने बजट बनाने में सरकार की मदद के लिए 75 दिन तक काम किया था, जिसके एवज में सरकार से ढाई रुपये मेहनताना लिया था. मैंने डिमांड ड्राफ्ट के माध्यम से केन्द्र सरकार को यह राशि वापस कर दी है.