India | Reported by: NDTV इंडिया, Edited by: अल्केश कुशवाहा |शुक्रवार सितम्बर 6, 2019 01:02 PM IST दुनियाभर में सूरज की आग में तपते लोकतंत्र को चांद की ठंडक तो चाहिए. यह ठंडक आएगी कहां से...? सूचनाओं की वास्तविकता से, प्रामाणिकता से, पवित्रता से, और साहस से, न कि नेताओं की ऊंची आवाज़ से. सूचना जितनी पवित्र होगी, प्रामाणिक होगी, नागरिकों के बीच भरोसा उतना ही गहरा होगा. देश सही सूचनाओं से बनता है. फ़ेक न्यूज़, प्रोपेगंडा और झूठे इतिहास से हमेशा भीड़ बनती है.