Faith | Written by: शालिनी सेंगर |सोमवार फ़रवरी 7, 2022 06:31 AM IST अचला सप्तमी को आरोग्य सप्तमी, रथा सप्तमी, और सूर्य सप्तमी के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन सूर्योदय से पूर्व उठकर स्नान करने के बाद भगवान सूर्य नारायण की पूजा करनी चाहिए. जिस तरह से हर व्रत और त्योहार के पीछे कोई न कोई पौराणिक आधार होता है, उसी तरह से अचला सप्तमी के व्रत रखने के पीछे भी पौराणिक आधार है, तो चलिए जानते हैं सूर्य सप्तमी की कथा और इसका महत्व.