World | Reported by: भाषा |बुधवार सितम्बर 7, 2016 09:33 PM IST वैज्ञानिकों का कहना है कि आंखें जीका विषाणु (वायरस) के लिए संग्रह स्थान का काम कर सकती हैं और इस खोज ने इस संभावना को बढ़ाया है कि जीका का संक्रमण आंसुओं के जरिए फैल सकता है. उन्होंने संक्रमित चूहे की आंखों और आंसुओं में इस वायरस का साक्ष्य पाया है. इन वैज्ञानिकों में भारतीय मूल का एक वैज्ञानिक भी शामिल है.