India | Reported by: अमित, Edited by: मानस मिश्रा |शुक्रवार जनवरी 24, 2020 06:15 PM IST भारत सरकार में प्रमुख आर्थिक सलाहकार और अपने इतिहास लेखन के लिए पहचाने वाले संजीव सान्याल ने स्वतंत्रता संघर्ष को केंद्र में रखते हुए इतिहास के पुनर्लेखन पर जोर दिया. नेता जी सुभाष बोस की 123वीं जयंती पर नई दिल्ली में आयोजित 14वें स्मृति व्याख्यान में उन्होंने कहा कि भारत का स्वतंत्रता संग्राम अपने आप में अनोखा था और उसमें अहिंसक आंदोलन का भी अपना महत्व था, लेकिन इसमें क्रांतिकारियों के सशस्त्र प्रयासों को नकार देना कहीं से भी ठीक नहीं है.