India | Written by: मानस मिश्रा |शुक्रवार जुलाई 10, 2020 11:50 AM IST गैंगस्टर विकास दुबे( Vikas Dubey) को पुलिस ने कानपुर से 30 किलोमीटर दूर भौंती नाम की जगह पर मार गिराया है. पुलिस के मुताबिक उज्जैन से उसे सड़क के रास्ते लाया जा रहा था तभी काफिल में शामिल एक वाहन पलट गया इसका फायदा उठाकर उसने भागने की कोशिश जिसमें पुलिस ने उसे मार गिराया है. लेकिन पुलिस की इस थ्योरी पर सवाल उठ रहे हैं. जब विकास दुबे ने बड़े आराम से खुद को सरेंडर किया और उसे पता था कि अब उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा यानी एनकाउंटर का खतरा टल चुका था तो भागने की कोशिश क्यों करेगा. गौरतलब है कि विकास दुबे के मामले में पुलिस की भूमिका शुरू से ही संदिग्ध रही है और उसके एक गुर्गे ने कैमरे के सामने बोला है कि उसे पकड़ने के लिए पुलिस आ रही है इसकी सूचना उसे थाने से ही दी गई है. दूसरी ओर कुछ मीडिया रिपोर्टस की मानें तो उज्जैन में जब उससे पूछताछ की जा रही थी तो वहां भी उसने कबूला था कि उसकी मदद में कई पुलिस चौकियां शामिल थीं. कुल मिलाकर विकास दुबे के खत्म होते ही ये सवाल भी हमेशा के लिए दफन हो गए.