'Rural economy'

- 7 न्यूज़ रिजल्ट्स
  • India | Reported by: हिमांशु शेखर मिश्र, Edited by: सूर्यकांत पाठक |मंगलवार अगस्त 18, 2020 05:33 PM IST
    अब ग्रामीण भारत (Rural India) पर कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमण का साया गहराता जा रहा है. देश की सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने आगाह किया है कि शहरों के मुकाबले अब ग्रामीण ज़िलों में कोरोना के ज्यादा मामले रिपोर्ट हो रहे हैं. उधर उद्योग संघ कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ इंडियन इंडस्ट्री (CII) ने कहा है कि टूरिज्म और ट्रेवल इंडस्ट्री में कोरोना संकट की वजह से 10 से 15 लाख करोड़ से ज्यादा के नुकसान का अंदेशा है, और अगर हालात ऐसे ही बने रहे तो इससे तीन से चार करोड़ लोगों की नौकरियां जाने का अनुमान है.
  • India | Reported by: सुनील प्रभु, Edited by: पवन पांडे |गुरुवार मई 14, 2020 04:12 PM IST
    आर्थिक पैकेज को लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharama) कुछ देर बाद दूसरी बार प्रेस कांन्फ्रेंस करेंगी. सूत्रों के मुताबिक, इस चरण में उनका फोकस गरीब प्रवासी मजदूरों और ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर हो सकता है. अर्थिक पैकेज को लेकर पहले दिन (बुधवार) की गई घोषणाओं में छोटी एवं मझोली इकाइयों, करदाताओं और कर्मचारियों का ध्यान रखा गया.  
  • Economy | भाषा |बुधवार जुलाई 25, 2018 05:05 PM IST
    सरकार ने कहा कि देश के छोटे शहरों में बीपीओ खोलने के बाद अब इसका विस्तार ग्रामीण इलाकों में भी किया जायेगा ताकि इन क्षेत्रों के नौजवानों को रोजगार मिल सके.
  • Economy | भाषा |सोमवार जुलाई 16, 2018 04:16 PM IST
    कुछ ग्रामीण क्षेत्रों में मांग में आई वृद्धि का कारण किसानों की आय में वृद्धि न होकर कृषि ऋण माफी है. एचडीएफसी बैंक की एक ताजा रिपोर्ट के अनुसार , यह इस बात का संकेत है कि अर्थव्यवस्था अभी भी ग्रामीण क्षेत्र की हाल में पूरा सुधार अभी कुछ दूर है. 
  • India | IANS |मंगलवार अगस्त 1, 2017 01:33 AM IST
    लोकसभा में मॉब लिंचिंग को लेकर एक चर्चा में सांसद ने कहा कि देश में अधिकांश गाय अब देसी नहीं, बल्कि जर्सी हैं.
  • Blogs | ऋचा जैन कालरा |शुक्रवार दिसम्बर 9, 2016 04:23 PM IST
    जब देश के लगभग 70 सालों में हमारे बैंक ही ग्रामीण जनता के बीच जड़ें नहीं बिठा पाए तो हम किसके भरोसे भारत की जनता से डिजिटल होने की मांग कर रहे हैं, जहां गांवों में 80 फीसदी लोग बैंक खाते नहीं रखते. क्यों उनके पैसे पर बंदिशें लगाई जा रही हैं?
  • Blogs | गिरीन्द्रनाथ झा |शुक्रवार नवम्बर 11, 2016 12:58 AM IST
    इन दिनों जब हर तरफ़ नोट के लिए अफ़रातफ़री मची है, उस परिस्थिति में नोट के बदले धान की बात करने वाले को आप बेवक़ूफ़ भी मान सकते हैं लेकिन यह भी सच है कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था अभी भी समाज के हर तबके को साथ लेकर चलती है. पैसा आज भी गाँव में फ़सल के बाद ही चलकर आता है.
और पढ़ें »
'Rural economy' - 13 वीडियो रिजल्ट्स
और देखें »
 
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com