Blogs | रवीश कुमार |शुक्रवार अक्टूबर 27, 2017 10:12 PM IST यूनिवर्सिटी सीरीज़ का यह 15 वां अंक है. कॉलेज के कैंपस में ख़राब हालत के ख़िलाफ़ नारों और प्रदर्शनों से मुलाकात दिल्ली मुंबई में ही ठीक से होती है, महानगरों से बाहर के कॉलेजों में छात्र राजनीति दम तोड़ चुकी है, इस वजह से भी वहां न तो छात्रों का संघर्ष है और न ही उनकी आवाज़ में मुखरता.