India | Reported by: भाषा, Edited by: आनंद नायक |मंगलवार नवम्बर 29, 2022 11:38 PM IST माधबी पुरी बुच ने कहा, ‘‘दुनियाभर में चर्चा है कि एक ही कार्बन क्रेडिट बाजार होना चाहिए. हम मानते हैं कि उभरते बाजारों और विशेष रूप से कम लागत वाली अर्थव्यवस्थाओं के दृष्टिकोण से यह सही नहीं है क्योंकि इससे कार्बन क्रेडिट एक वस्तु बन जाएगा.’’