File Facts | ख़बर न्यूज़ डेस्क |शुक्रवार अप्रैल 5, 2019 11:45 AM IST लोकसभा चुनाव में पिछले तीन दशकों के दौरान निर्दलीय उम्मीदवारों और क्षेत्रीय एवं छोटे दलों के वोट प्रतिशत में करीब दो गुना वृद्धि दर्ज की गई और इस दौरान हुए सात चुनावों में से छह में केंद्र में सरकार क्षेत्रीय एवं छोटे दलों के सहयोग से बनी. इस दौरान कुछ नये और छोटे दलों का भी उदय हुआ. जो सियासी बिसात पर आज महत्वपूर्ण भूमिका में हैं. 1991 में हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और भाजपा सहित राष्ट्रीय दलों का वोट प्रतिशत 80.7 था जो 2014 में घटकर 60.7 प्रतिशत दर्ज किया गया. इस अवधि में निर्दलीय उम्मीदवारों तथा क्षेत्रीय एवं छोटे दलों के वोट प्रतिशत में करीब दो गुना वृद्धि दर्ज की गई. 1991 में निर्दलीय उम्मीदवारों और क्षेत्रीय एवं छोटे दलों का वोट प्रतिशत करीब 19 प्रतिशत था जो 2014 में बढ़कर 37.8 प्रतिशत पर आ गया.