Jharkhand | Reported by: मनीष कुमार |शुक्रवार जुलाई 12, 2019 12:30 PM IST पिछले महीने झारखंड के सरायकेला खरसावां ज़िले में तबरेज़ अंसारी की चोरी के आरोप में पिटाई के बाद हुई मौत के मामला मीडिया की सुर्खियां बन गया था. इसके बाद राज्य सरकार की ओर से एक जांच दल का गठन किया गया था जिसने पाया है कि तबरेज की मौत के पीछे पुलिस और डॉक्टर दोनों की दोषी हैं. इस जांच दल में सरायकेला खरसावां के उपायुक्त ने सदर एसडीओपी के नेतृत्व में एक एसआईटी का गठन किया था जिसमें वहां के सिविल सर्जन भी शामिल थे. इस रिपोर्ट में माना गया हैं कि तबरेज अंसारी की मौत के लिए सिर पर गंभीर चोट लगी जिसमें उसकी नस फट गई और ब्रेन हेमरेज हो गया. इस जांच कमेटी ने यह भी पाया कि पुलिस को समय पर ख़बर करने के बावजूद वह घटना स्थल पर कई घंटे बाद पहुंची और इस बीच तबरेज की पिटाई भी लगातार जारी रही. लेकिन इस रिपोर्ट में साथ ही डॉक्टरों की भूमिका पर बड़ा सवाल खड़ा किया गया है.