Blogs | क्रांति संभव |बुधवार मई 24, 2017 08:47 AM IST बच्चे चंट होते हैं, मासूमियत तो जवानी में होती है... बुढ़ापा बेरुखेपन और क्रूरता के बीच झूलता है, अधेड़ उमर काइयां होती है, पर मासूमियत तो जवानी में होती है... बचपन की मासूमियत अब सिंथेटिक है... क्यूटनेस मैनुफैक्चर्ड है...