Career | Written by: पंकज विजय |रविवार अप्रैल 9, 2017 10:16 AM IST भारत में मुख्य रूप से लर्निंग मोड हैं - एक है क्लासरूम लर्निंग जिसमें स्टूडेंट को कॉलेज या यूनिवर्सिटी जाकर रेगुलर क्लासेज अटेंड करनी होती है और दूसरा मोड है डिस्टेंस लर्निंग जिसमें स्टूडेंट कॉरेसपोंडेंस से पढ़ाई करता है. भारत में कई डिस्टेंस यूनिवर्सिटीज हैं जो कि कॉरेसपोंडेंस कोर्स करवाते है. इसके अलावा बहुत सी रेगुलर यूनिवर्सिटीज भी कई तरह के कोर्स डिस्टेंस मोड से ऑफर करती है. ऐसे स्टूडेंट्स जो कि किसी वजह से रेगुलर क्लासेज का हिस्सा नहीं बन सकते और हायर एजुकेशन प्राप्त करना चाहते हैं, उनके लिए डिस्टेंट कोर्स काफी फायदेमंद हैं. इसके अलावा ऐसे छात्र जो क्वालिफाइंग एग्जाम में अच्छे मार्क्स नहीं ला पाए, उनके लिए भी डिस्टेंस मोड अच्छा विकल्प है.