India | Written by: रत्नदीप चौधरी, Translated by: पवन पांडे |सोमवार मई 18, 2020 03:14 PM IST कृष्णदास ने एनडीटीवी को बताया, "हम हैरान थे. हम नहीं पता था कि क्या हो रहा है. 15 दिन पहले ही बेटे की ब्लड कैंसर होने की जानकारी मिली और हमने उसे खो दिया. हम पूरे धार्मिक संस्कारों के साथ अपने बेटे का अंतिम संस्कार करना चाहते थे. हमने बेटे के शव को विशेष विमान से ले जाने की कोशिश की और भारतीय दूतावास भी हमारी मदद कर रही थे, लेकिन बहुत लोग थे जो वापस जाने की कतार में थे और विशेष विमानों की संख्या सीमित थी. हम उम्मीद खो चुके थे.