Business | Written by: विवेक रस्तोगी |शुक्रवार अगस्त 18, 2017 12:52 PM IST खत में विशाल सिक्का ने लिखा, "कई दिन से, या कहें कई हफ्तों से, मैं इस फैसले के बारे में सोचता रहा हूं... मैंने फायदे-नुकसानों, उठ सकने वाले मुद्दों और अलग-अलग तर्कों के बारे में सोचा... लेकिन अब, बहुत सोच-विचार के बाद, और पिछली कुछ तिमाहियों से बने हुए माहौल को ध्यान में रखते हुए मैं अपने फैसले पर बिल्कुल साफ हूं..."