Blogs | Rakesh Kumar Malviya |मंगलवार मार्च 8, 2016 01:27 PM IST सोचिए देश में महिलाएं कितना काम करती हैं? यदि मैं कहूं कि देश के लगभग एक साल के बजट के बराबर तो चौंकिएगा नहीं। बावजूद इसके महिलाओं के इन घरेलू, लेकिन महत्वपूर्ण काम का कोई मूल्य नहीं माना जाता है।