Blogs | Written by: Ravish Ranjan Shukla |बुधवार दिसम्बर 23, 2015 01:42 PM IST लेखक का औसत दर्जे के किसान परिवार से ताल्लुक होने के कारण खेत, खलिहान और पशुओं से स्वाभाविक रिश्ता है। पिछले छह महीने से गोरक्षा और गोहत्या जैसी कई बहस और गाय पर हो रही राजनीति से अलग हमें लगा कि बदलते जमाने के हिसाब से गाय को देखने का नजरिया भी बदला जाए।