Faith | ख़बर न्यूज़ डेस्क |मंगलवार मई 7, 2019 11:06 AM IST मान्यता है कि पराक्रम के प्रतीक भगवान परशुराम (Parshuram) का जन्म छह उच्च ग्रहों के योग में हुआ, इसलिए वह तेजस्वी, ओजस्वी और वर्चस्वी महापुरुष बने. प्रतापी एवं माता-पिता भक्त परशुराम ने जहां पिता की आज्ञा से माता का गला काट दिया, वहीं पिता से माता को जीवित करने का वरदान भी मांग लिया.