'अपर्णा सेन'

- 16 न्यूज़ रिजल्ट्स
  • Bollywood | Written by: प्रियंका तिवारी |बुधवार अप्रैल 20, 2022 03:36 PM IST
    15 पार्क एवेन्यू अपर्णा सेन के निर्देशन में बनी है. इस फिल्म में शबाना आजमी, कोंकणा सेन शर्मा, सौमित्र चटर्जी, वहीदा रहमान, धृतिमान चटर्जी, राहुल बोस और कंवलजीत सिंह जैसे एक्टर्स हैं.
  • Bollywood | Reported by: भाषा, Edited by: नंदन सिंह |रविवार दिसम्बर 15, 2019 02:38 PM IST
    अपर्णा सेन (Aparna Sen) ने कहा, "हमें केंद्र के कुछ फैसलों के खिलाफ अपनी शिकायत प्रकट करने के लिए अपनी संपत्तियां नहीं जलानी चाहिए.
  • Bihar | Written by: मनीष कुमार, Translated by: परिणय कुमार |रविवार अक्टूबर 6, 2019 10:52 PM IST
    पीएम मोदी के नाम जुलाई में खुला खत लिखने वाली 49 हस्तियों के खिलाफ मुकदमे से बिहार सरकार का कोई लेना-देना नहीं है. राज्य के पुलिस प्रमुख गुप्तेश्वर पांडे (Guptesvar Pandey) ने NDTV को बताया कि यह अदालत के आदेश के बाद किया गया था और इसे लेकर पैनिक होने की कोई वजह नहीं थी. बता दें कि इन लोगों के खिलाफ दायर हुए मुकदमे पर बड़ा बवाल हुआ था.  
  • Bollywood | Reported by: IANS, Translated by: प्रतिभा गौड़ |शनिवार अक्टूबर 5, 2019 03:56 PM IST
    पीएम मोदी (PM Narendra Modi) को 'मॉब लिंचिंग (Mob Lynching)' पर ओपन लेटर लिखने वाले इन 49 सेलेब्रिटीज पर एफआईआर दर्ज हो गई है, जिनमें बॉलीवुड डायरेक्टर अनुराग कश्यप (Anurag Kashyap), मणि रतनम और अपर्णा सेन (Aparna Sen) के नाम भी शामिल हैं.
  • India | Reported by: भाषा |शनिवार अक्टूबर 5, 2019 07:12 AM IST
    अपने और 48 अन्य हस्तियों के खिलाफ कथित राजद्रोह का मामला दर्ज होने के बाद प्रसिद्ध फिल्मकार श्याम बेनेगल ने शुक्रवार को कहा कि इस ‘मामले’ का कोई मतलब नहीं बनता है क्योंकि भीड़ की हिंसा की बढ़ती घटनाओं पर चिंता प्रकट करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखा गया खुला पत्र महज अपील था न कि कोई धमकी. मुजफ्फरपुर में उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है. उनमें अनुराग कश्यप, अपर्णा सेन, मणिरत्नम, अडूर गोपालकृष्णन, सौमित्र चटर्जी, शुभा मुद्गल और इतिहासकार रामचंद्र गुहा भी शामिल हैं.
  • Blogs | रवीश कुमार |शनिवार अक्टूबर 5, 2019 12:14 AM IST
    भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में एक आरोपी गौतम नवलखा के मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में हुई. जस्टिस अरुण मिश्र और जस्टिस दीपक गुप्ता की बेंच में सुनवाई हुई. गौतम नवलखा के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि जनवरी 2018 में जब एफआईआर हुई थी उसमें गौतम नवलखा का नाम नहीं है. अगस्त 2018 से उनकी गिरफ्तारी पर अदालत की तरफ से रोक लगी है मगर तब से लेकर अब तक पुलिस ने उनसे कोई पूछताछ नहीं की है. गौतम नवलखा हिंसा के ख़िलाफ हैं. वे सीपीआई माओइस्ट के सदस्य नहीं हैं. सिर्फ कुछ ज़ब्त काग़ज़ात के आधार पर कार्रवाई की गई है. सिंघवी ने कोर्ट से मांग की कि गौतम नवलखा को अदालत से मिला संरक्षण बढ़ाया जाना चाहिए तिस पर अदालत ने आदेश दिया है कि जब तक इस मामले की सुनवाई चल रही है, गिरफ्तारी नहीं हो.
  • India | Reported by: भाषा |शुक्रवार अक्टूबर 4, 2019 07:47 AM IST
    देश में बढ़ रहे मॉब लिंचिंग (भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या) के मामलों पर चिंता जाहिर करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुला खत लिखने वाले रामचंद्र गुहा, मणि रत्नम और अपर्णा सेन समेत करीब 50 लोगों के खिलाफ गुरूवार को प्राथमिकी दर्ज की गई. पुलिस ने यह जानकारी दी. स्थानीय वकील सुधीर कुमार ओझा की ओर से दो महीने पहले दायर की गई एक याचिका पर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) सूर्य कांत तिवारी के आदेश के बाद यह प्राथमिकी दर्ज हुई है. ओझा ने कहा कि सीजेएम ने 20 अगस्त को उनकी याचिका स्वीकार कर ली थी. इसके बाद गुरूवार को सदर पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज हुई.
  • India | Translated by: विवेक रस्तोगी |शुक्रवार जुलाई 26, 2019 12:10 PM IST
    इस नए खत के लेखकों में भारतीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (CBFC) के प्रमुख प्रसून जोशी, बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत, फिल्मकार मधुर भंडारकर, तथा विवेक अग्निहोत्री के अलावा शास्त्रीय नर्तकी व राज्यसभा सदस्य सोनल मानसिंह शामिल हैं.
  • India | ख़बर न्यूज़ डेस्क |गुरुवार जुलाई 25, 2019 10:29 AM IST
    देश में धार्मिक पहचान के कारण घृणा अपराधों के बढ़ते मामलों पर चिंता प्रकट करते हुए प्रबुद्ध नागरिकों के एक समूह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक खुले पत्र में कहा है कि ‘जय श्री राम’ का उद्घोष भड़काऊ नारा बनता जा रहा है और इसके नाम पर पीट-पीट कर हत्या के कई मामले हो चुके हैं. फिल्मकार अडूर गोपालकृष्णन और अपर्णा सेन, गायिका शुभा मुद्गल और इतिहासकार रामचंद्र गुहा, समाजशास्त्री आशीष नंदी सहित 49 नामी शख्सियतों ने 23 जुलाई को यह पत्र लिखा है. इसमें कहा गया है कि ‘असहमति के बिना लोकतंत्र नहीं होता है.’
  • India | Reported by: मोनिदीपा बनर्जी, Translated by: विवेक रस्तोगी |बुधवार जुलाई 24, 2019 02:55 PM IST
    फिल्मकार श्याम बेनेगल, केतन मेहता, अनुराग कश्यप व मणिरत्नम, अभिनेत्री कोंकणा सेनशर्मा व अपर्णा सेन तथा इतिहासकार रामचंद्र गुहा सहित बहुत-सी जानी-मानी हस्तियों द्वारा हस्ताक्षरित पत्र में कहा गया है, "प्रिय प्रधानमंत्री... मुस्लिमों, दलितों तथा अन्य अल्पसंख्यकों की लिंचिंग तुरंत रोकी जानी चाहिए... हम NCRB (नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो) की रिपोर्टों से यह जानकर स्तब्ध हैं कि वर्ष 2016 में दलितों के प्रति अत्याचार की कम से कम 840 वारदात दर्ज हुईं, और इनमें दोषी करार दिए जाने में निश्चित रूप से इस दौरान कमी आई..."
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