Blogs | उमाशंकर सिंह |सोमवार सितम्बर 26, 2016 01:16 PM IST जब पेशावर में स्कूल में बच्चे मारे गए तो पूरा हिन्दुस्तान रोता है. हर चैनल हर अखबार हर पत्रकार रोता है. जब भी वहां धमाके में आम शहरियों की जान जाती है, हम सब रोते हैं. लेकिन पाकिस्तानी मीडिया का एक हिस्सा हिन्दुस्तानियों की मौत को हाफिज़ सईद और मसूद अज़हर जैसे आतंकवादी मंसूबों की जीत समझता है.