India | भाषा |रविवार जुलाई 28, 2019 09:04 AM IST सर संघचालक ने कहा, ‘हिन्दू धर्म की रक्षा के लिए भिन्न-भिन्न मत-पंथों और उपासना पद्धतियों के लोग साथ बैठें और समाज में जाति एवं वर्गों के बीच पनप रहे भेदभाव को समाप्त करने का प्रयास करें. जब ऐसा होगा तो निश्चित रूप से सामाजिक स्तर पर कई समस्याएं हल हो जाएंगी.’इस बैठक में भारतीय सामाजिक सद्भाव समिति से जुड़े उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, मध्यप्रदेश, गुजरात, जम्मू कश्मीर, कर्नाटक, केरल, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, त्रिपुरा और मेघालय समेत सभी राज्यों के प्रतिनिधि एवं संघ से जुड़े अन्य संगठनों के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं.