Blogs | रवीश कुमार |गुरुवार अगस्त 4, 2016 12:03 PM IST मैंने सिर्फ ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड के बारे में बात की है. हो सकता है, कोई ऐसा देश होगा या कई ऐसे देश होंगे, जहां जीएसटी के बाद आर्थिक तरक्की की रफ्तार तेज़ हो गई हो. अगर ऐसा हुआ होता तो दुनिया में ग़रीबी के बढ़ने की बात क्यों की जा रही है. क्यों कहा जा रहा है कि मज़दूरी नहीं बढ़ रही है. नौकरी नहीं बढ़ रही है. हम नहीं जानते कि भारत में क्या होगा. मगर दुनिया में जो हुआ है, उसके बारे में जानने में कोई बुराई नहीं है.