India | Reported by: भाषा |शनिवार जुलाई 23, 2022 05:52 PM IST रुबैया को 5 दिन बाद 13 दिसंबर को अपहरणकर्ताओं के चंगुल से छुड़ाया गया, लेकिन इसके बदले तत्कालीन वीपी सिंह सरकार को जेकेएलएफ के पांच आतंकवादियों को रिहा करना पड़ा था. यह मामला लंबे समय तक ठंडा पड़ा रहा, लेकिन वर्ष 2019 में मलिक की गिरफ्तारी के बाद यह मामला दोबारा शुरू हो गया.