India | गुरुवार जून 11, 2015 07:07 PM IST डॉक्टरों की ना पढ़ने लायक लिखावट की वजह से गलत दवाओं का डर जल्द ही खत्म होने वाला है, क्योंकि सरकार डाक्टरों द्वारा दवाओं का पर्चा 'तरजीही तौर पर' बड़े अक्षरों में (कैपिटल लेटर्स) लिखने को नियम बनाने जा रही है।